Bhagwan Se Baatcheet
फलाँ हादसे में फलाँ मजदूरों की मौत। बस इस तरह खबर बदल रही है। न आप बदल रहे, न हालात बाद रहे और न ही हम।
पढ़िए ऐसी ही एक कविता “भगवान से बातचीत”।
फलाँ हादसे में फलाँ मजदूरों की मौत। बस इस तरह खबर बदल रही है। न आप बदल रहे, न हालात बाद रहे और न ही हम।
पढ़िए ऐसी ही एक कविता “भगवान से बातचीत”।
बन बैठे आदर्श गाँव पर खो बैठे सच्चाई
गाँव बदल गए भाई मेरे गाँव बदल गए भाई।
This is the reality of modern time villages . Read the poem to know more about it.
हम न बचे पर शायद हमने
मौत तुम्हारी गले लगाई….
जरा सोचिये ! पल भर को कल्पना कीजिये !खुद को उस मजदूर की जगह पर रख कर देखिये!
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कोरोना के चलते कई चीज़ों पर असर पड़ा है। ग्रामीण इलाकों में ऐसे ही कुछ छोटे छोटे अनुभवों की कड़ी है यह कविता।
Every voice says something.
And leaves after…
An echo for those who come after..
And Serve as a guide! ==>
Read the thought provoking hindi poem “AWAAZ”.